अनुक्रथि वास , आपको मिस इंडिया बनने की अनेक शुभकामनाएँ। 19 वर्ष की छोटी उम्र में ही आपने अपनी सुन्दरता और व्यक्तित्व का परचम गाढ़ दिया है। अब आप अनेकों अनेक लड़कियों की रोल मॉडल बन गई हैं। मुझे बहुत प्राचीन और पुरातन होने का यकायक आभास हो रहा हैं। जिस उम्र में हमें शायद समझ भी न आता हो कि सौन्दर्य प्रतियोगिता क्या होती है, होती भी है, तो क्यों होती है, इसका महत्व क्या होता है, आपने इसमें Apply कर, भाग लेकर जीत भी लिया। आपने किस उम्र में इसकी कल्पना करी होगी, किसने आपको Guide करा होगा, किससे आपने बाक़ायदा Training ली होगी, कपड़े, Make up, Style बहुत कुछ लगता है भाई Miss India बनने में। पैसा भी तो, वो कहाँ से आया होगा। मैं तो यही सब सोच सोचकर हैरान परेशान हो रही हूँ। मेरी बेटी, जो अभी अभी बारहवीं के बाद Competitive exam की तैयारी में लगी है, ठीक – ठाक ही दिखती है, आखिर आज मुझसे पूछ ही बैठी, मैं क्यों नहीं ? मैं क्यों किताबों के पीछे अपनी जवानी बर्बाद करूँ ? मैं Miss India बन सकती थी, तुमने मुझे यह सपना कभी क्यों नहीं दिखाया ? मैं क्या कहती, सुंदरता की दुनिया छलावा है, मृग मरीचिका है। चकाचौंध की दुनिया ज्यादा दिन नहीं टिकती। ऐसा पैसा किस काम का ? वगैरह – वगैरह , पर बोलते हुए मुझे खुद ही लगा की मैं दकियानूसी माँ लग रही हूँ, जो Modern तो होना चाह रही है, पर है नहीं ! जो लड़कियों को आगे बढ़ने का दावा तो करती है, पर डरती भी है ! झूठी कहीं की ! Miss India से Miss World का सफ़र होगा। बहुत Lime Light होगी, पैसा, शोहरत। Camera, Action, Film सब होंगी। करण जौहर ने ताज पहनाया है, तो वो अपनी Film की Heroine भी बनाएंगे ! Student of the year – 3 में आप जल्द ही नज़र आएँगी । ऐसा मुझे लगता है । क्या सोचकर फिर अपनी बेटी को जो JEE, NEET की तैयारी कर रही है समझाऊँ, मुझे समझ नहीं आ रहा है ! आपका दुबलापन भी थोड़ा मुझे साल रहा है। दुबला होना अच्छी बात है, पर इतना दुबला होना, हम जैसों के लिए तो घातक है । ईश्वर आपको स्वास्थ्य दे पर आप खाना नहीं खाती हैं या आपको पचता ज्यादा हैं। हम निकृष्ट प्राणी खाने से ऊपर ही नहीं उठ पाते। जिस दिन Dieting का प्रण लेते हैं, ऐसा लगता हैं मानों सारी कायनात हमारी दुश्मन बन गई हो। घर में उसी दिन अच्छे पकवान बन जाते हैं, ऑफिस में किसी के जन्मदिन की पार्टी बन जाती है और शाम को कोई भोजन पर Invite कर लेता है । हो गई Dieting और हो गए हम दुबले। बस फिर Femina में आपकी और आप जैसों की फोटो देख देखकर हम बस आहें भरते रह जाते हैं। आपको पता है, कि यह स्थापित research है की 40 % महिलाएँ आप जैसी सौन्दर्य परियों की तमाम Magazine में छपने वाली सामग्री के कारण depression में रहती हैं। कोई बात नहीं, जो सफल नहीं होते उनके लिए कहावत बनी है \” दाँत खट्टे हैं \” । हम स्वीकार कर लेते हैं। आपकी सफलता की आपको पुन: बधाई एवं शुभकामनाएँ। |